गजल गजल-भारत मेरा काबुल नहीं बग़दाद नहीं है….-इकबाल हिंदुस्तानी May 8, 2012 / May 9, 2012 by इक़बाल हिंदुस्तानी | Leave a Comment खुदग़र्जियां तो है मगर जेहाद नहीं है, सब भूल गये हम हमें कुछ याद नहीं है। बेमेल मुहब्बत का नतीजा ही तो ग़म है, शीरीं तो हैं कर्इ मगर फ़रहाद नहीं है। नेपाल है प्यारा हमें लंका भी पसंद है, भारत मेरा काबुल नहीं बग़दाद नहीं है। हम में से कोर्इ कुछ […] Read more » गजल-भारत मेरा काबुल नहीं बग़दाद नहीं है....-इकबाल हिंदुस्तानी