राजनीति एक चाराखोर ही पिछड़ों की नजर में जब प्रगतिशील व धर्मनिरपेक्ष बनकर बैठा हो तो क्या कीजियेगा ? November 10, 2015 by श्रीराम तिवारी | 3 Comments on एक चाराखोर ही पिछड़ों की नजर में जब प्रगतिशील व धर्मनिरपेक्ष बनकर बैठा हो तो क्या कीजियेगा ? शंकरजी अपने एक भक्त पर प्रशन्न भये ! बोले हे वत्स वरदान मांगो ! हालाँकि अंतर्यामी भोलेनाथ जानते थे कि यह बंदा अपने पड़ोसी को नुक्सान पहुँचाने की बदनीयित से ही मेरी तपस्या कर रहा है। अतः उन्होंने पहले से ही शर्त रख दी की तुम जो भी वरदान मांगोगे ,तुम्हारे पड़ोसी को अपने आप […] Read more » Featured चाराखोर धर्मनिरपेक्ष पिछड़ों की नजर में प्रगतिशील