विविधा जमुना जी को दरद न जाने कोय February 26, 2016 by अरुण तिवारी | Leave a Comment आइये, यमुना से रिश्ता बनायें ताज्जुब है कि प्रेम और शांति उत्सव के नाम पर श्री श्री रविशंकर और उनके अनुयायी उस धारा की आजादी को ही भूलने को तैयार हैं, जो शांति की निर्मल यमुनोत्री से निकलकर, प्रेम का प्रतीक बने ताजमहल को आज भी सींचती है! बांकेबिहारी को पूजने वाले भी भला कैसे […] Read more » Featured जमुना जी को दरद न जाने कोय