राजनीति जातिवादी आरक्षण एक राष्ट्रीय अपराध February 21, 2016 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on जातिवादी आरक्षण एक राष्ट्रीय अपराध भारत के संविधान की उद्देशिका में आये तीन शब्द ‘सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक न्याय’ बहुत महत्वपूर्ण हैं। इन तीनों शब्दों से हमारे संविधान निर्माताओं की उस पवित्र भावना का पता चलता है जिसको अपनाकर या जिसे मूत्र्तरूप देकर वे भारत में सामाजिक समरसता की स्थापना करना चाहते थे और समाज में व्याप्त प्रत्येक प्रकार की छुआछूत […] Read more » Featured जातिवादी आरक्षण जातिवादी आरक्षण एक राष्ट्रीय अपराध राष्ट्रीय अपराध