कविता जिन्दगी की कुछ सच्चाईयां September 22, 2018 / September 22, 2018 by आर के रस्तोगी | 1 Comment on जिन्दगी की कुछ सच्चाईयां तू कल की फिकर में ऐ बन्दे ! आज की हंसी बर्बाद न कर हंस मरते हुए भी गाता है मोर नाचते हुए भी रोता है ये जिन्दगी का फंडा है दोस्त ! इसको हमेशा तू याद रखना दुखों वाली रात को भी नींद नहीं आती सुखो वाली रात को भी नींद नहीं आती ईश्वर […] Read more » आँख में आँसू ईश्वर जिन्दगी की कुछ सच्चाईयां फकीरों
कविता जिन्दगी की कुछ सच्चाईयां September 18, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment आर के रस्तोगी जो चाहा कभी पाया नहीं जो पाया कभी चाहा नहीं जो सोचा कभी मिला नहीं जो मिला कभी पाया नहीं जो मिला कभी रास आया नहीं जो रास आया कभी मिला नहीं जो पाया कभी वो सभाला नहीं जो संभाला कभी वो खोया नहीं अजीब सी पहेली ये जिन्दगी काटने से […] Read more » खुशी ग़म जिन्दगी की कुछ सच्चाईयां