विविधा सवाल : “अभी मृत्यु और जीवन की कामना से कम्पित है यह शरीर!” December 13, 2010 / December 18, 2011 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | 5 Comments on सवाल : “अभी मृत्यु और जीवन की कामना से कम्पित है यह शरीर!” डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ जब कोई कहता है कि वह 25 वर्ष का हो गया तो इसका सही अर्थ होता है-उसने अपने जीवन को 25 वर्ष जी लिया है या वह 25 वर्ष मर चुका है। क्योंकि जीवन के साथ ही साथ मृत्यु का भी प्रारम्भ है। मृत्यु से कम्पन या भय उसी दशा में […] Read more » life जीवन मृत्यु
कविता जीवन की उलझी राहों में ……… July 26, 2009 / December 27, 2011 by जयराम 'विप्लव' | 1 Comment on जीवन की उलझी राहों में ……… ख़ुद से दूर रहना चाहता हूँ , अपने हीं अक्स से घबराता हूँ , प्यार किसी से करता हूँ , क्या प्यार उसी से करता हूँ ? Read more » life जीवन