विविधा राष्ट्र के कामकाज और व्यवहार की भाषा ही देश की भाषा हो June 19, 2015 by अशोक “प्रवृद्ध” | Leave a Comment अशोक “प्रवृद्ध” जातीय अर्थात राष्ट्रीय उत्थान और सुरक्षा के लिये किसी भी देश की भाषा वही होना श्रेयस्कर होता है,जो जाति अर्थात राष्ट्र के कामकाज और व्यवहार की भाषा होl समाज की बोल-चाल की भाषा का प्रश्न पृथक् हैlजातीय सुरक्षा हेतु व्यक्तियों के नामों में समानता अर्थात उनके स्त्रोत में समानता होने या यों कहें […] Read more » Featured देश की भाषा राष्ट्र के कामकाज और व्यवहार की भाषा