समाज पटाखे फोड़ने के तय समय का व्यावहारिक पक्ष October 27, 2018 / October 27, 2018 by प्रमोद भार्गव | 4 Comments on पटाखे फोड़ने के तय समय का व्यावहारिक पक्ष प्रमोद भार्गव पटाखों को लेकर सर्वोच्च न्यायालय ने अंतिम कानूनी स्थिति साफ कर दी है। न्यायालय ने अपने फैसले में लोगों की भावनाएं और प्रकृति के बिगाड़ते पर्यावरण को संतुलित बनाए रखने की कोशिश की है। उसने अपने आदेश में पूरे देश में पटाखों पर रोक लगाने से इंकार करके यह जता दिया है कि […] Read more » खनिज दिल्ली धातु धुएं पटाखे फोड़ने के तय समय का व्यावहारिक पक्ष राख और धूल सीपीबी
राजनीति समाज स्वतंत्रता के बाद स्वावलंबन का प्रश्न August 14, 2018 / August 14, 2018 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव 15 अगस्त 1947 की आधी रात को खंडित स्वतंत्रता स्वीकारने के बाद बड़ा सवाल आर्थिक विकास और स्वाबलंबन का था। स्वावलंबन ही वह आधार है, जो नागरिक और उसके पारिवारिक सदस्यों की आजीविका और रोजागार के संसाधनों को उपलब्ध कराने का काम आसान करता है। यह इसलिए जरूरी था, क्योंकि ब्रिटिश हुक्मरानों ने […] Read more » Featured आदिवासी महिलाएं वरिष्ठ आभूषण कृषि चंद्रशेखर प्रधानमंत्री दलित धातु पीवी नरसिंह पूर्व गर्वनर मनमोहन सिंह मजदूर मिट्टी के बर्तन वस्त्र विश्व बैंक