राजनीति निवेश की भ्रामक अवधारणा December 11, 2015 / December 11, 2015 by शैलेन्द्र चौहान | 14 Comments on निवेश की भ्रामक अवधारणा शैलेंद्र चौहान “अच्छे दिन आने वाले हैं” का सपना महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से जूझ रही जनता को बहुत विश्वास के साथ दिखाया गया था. आम आदमी की उम्मीदें थीं कि महंगाई से राहत मिलेगी लेकिन बात अब सिर्फ और सिर्फ विदेशी निवेश की हो रही है. निवेश कोई चैरिटी तो है नहीं वह तो […] Read more » Featured निवेश की भ्रामक अवधारणा