टॉप स्टोरी व्यंग्य नौकरी के नौ सिद्धान्त – अशोक खेमका के नाम एक खुला पत्र October 25, 2012 / October 25, 2012 by विपिन किशोर सिन्हा | 6 Comments on नौकरी के नौ सिद्धान्त – अशोक खेमका के नाम एक खुला पत्र विपिन किशोर सिन्हा प्रिय खेमका जी, हमेशा खुश रहिए। दिनांक १६ अक्टुबर के पहले न मैं आपको जानता था और न आप मुझे। लेकिन अब तो मैं ही क्या सारा हिन्दुस्तान आपको जान गया है। मुझे जानने की आपको कोई जरुरत नहीं। वैसे भी नौकरशाही के शीर्ष पर बैठे किसी भी अधिकारी को अपने से […] Read more » नौकरी के नौ सिद्धान्त