विधि-कानून विविधा पूर्वाग्रही राजनीति की भेंट चढ़ता संविधान का अनुच्छेद 48 June 6, 2017 by अलकनंदा सिंह | Leave a Comment जानवर कई बार बिकते हैं। कई हाथों से गुजरते हैं। हर खरीदार उनसे बदसलूकी करता है। जानवरों को ठीक से खाना-पानी नहीं मिलता क्योंकि हर खरीदार को पता होता है कि इसे आखिर में कत्ल ही होना है। कई बार तो जानवरों को फिटकरी वाला पानी दिया जाता है, जिससे उनके गुर्दे फेल हो जाएं। इससे उनके शरीर में पानी जमा हो जाता है। इससे जानवर हट्टे-कट्टे दिखते हैं। इससे उनकी अच्छी कीमत मिलती है। उन्हें पैदल ही एक बाजार से दूसरे बाजार ले जाया जाता है। Read more » Featured अनुच्छेद 48 केंद्र सरकार जानवरों की तस्करी पशु बाजार पशु वध में बेदर्दी मवेशियों की खरीद-फरोख्त