कविता दान देकर भी प्रहलाद पौत्र बली दानव और कर्ण सूतपुत्र ही रह गए July 5, 2022 / July 5, 2022 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकयाजक जाति का दान पाने का अधिकार एक अस्त्र था,जिसके आगे राजा महाराजा निरस्त महाजन पस्त था!दान की महिमा इतनी अधिक गाई गई धर्म शास्त्रों मेंकि दान नहीं देनेवाले कृपण और विप्रद्रोही कहलाते थे! याजकों में दान की लिप्सा इतनी अधिक बढ़ गई थीकि गोधन स्वर्ण कन्या व जान भी दान मांग लेते […] Read more » Prahlad's grandson Bali Danav and Karna Sutaputra remained. प्रहलाद पौत्र बली दानव और कर्ण सूतपुत्र