कविता प्राणों का हम अर्द्ध चढ़ायें October 27, 2023 / October 27, 2023 by आत्माराम यादव पीव | Leave a Comment भोर भये रेवा तीरे, पावस पवन श्रृंगार किये। धन्य हुई है मेरी नगरी, जन-मानस सत्कार किये।। हर दिन यहां पर प्रफुल्लित आये, पर्वो की सौगात लिये। रोज नहाये रेवा जल में, हम खुशियों सा मधुमास लिये।। जहं-तहं मन्दिर बने हुए हैं, रेवा तट का उल्लास लिये। नित मंत्र जपे ओैर माला फेरे, भीड़ भक्तों की […] Read more » प्राणों का हम अर्द्ध चढ़ायें