समाज संसद की आवाज़ क्यों नहीँ बनती बेटियां ? April 21, 2018 by प्रभुनाथ शुक्ल | 1 Comment on संसद की आवाज़ क्यों नहीँ बनती बेटियां ? संसद की आवाज़ क्यों नहीँ बनती बेटियां ? प्रभुनाथ शुक्ल समाज में बेटियों की सुरक्षा को लेकर हम जिस जिस चौराहे पर खड़े हैं , उसके दाहिने तरफ़ बेटियों की उपलब्धि का अनंत आकाश है तो दूसरी तरफ़ पुरुष समाज के चारित्रिक पतन का अकल्पनीय गहरी गर्त। कामनवेल्थ में बेटियां सोना लूटती हैं और देश […] Read more » Featured उन्नाव कठुआ बलात्कार बेटियां भागीदारी महिलाओं राष्ट्रमंडल खेल संसद सूरत