कविता भाषाई गुलामी का मुक्तियोद्धा January 16, 2021 / January 16, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —–विनय कुमार विनायकभाषाई गुलामी का मुक्तियोद्धनिपट अकेला समर भूमि मेंसिर में सिरस्त्रान नहीं, कर में कृपाण नहींकवच-कुण्ड़ल विहीन कर्ण सा!निपट अकेला मृतवजूदधारी लड़ रहाघोषित अज्ञात कुल शील का! भूत-भविष्य-वर्तमान से निर्लिप्तभाषाई गुलामी का मुक्तियोद्धापक्ष और विपक्ष के सम्मिलितगला काट साजिश के बीचभाग्य चक्र को फंसाए खड़ा! भौंचक्क रश्मिरथी अनुसंधान करेशस्त्र या निज प्राण बचाए जबकिसारथी […] Read more » भाषाई गुलामी का मुक्तियोद्धा