कविता मजदूर की व्यथा May 2, 2015 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -मनीष सिंह- करता हूँ मेहनत जीतोड़ , सब कहते मुझको मजदूर। धनी हूँ मैं परिश्रम का , पर हालत से हूँ मजबूर। बसाए मैंने शहर कई , कितनी ही बनाई मीनारें। किस्मत ही अपनी बना न सका , मिलीं राह में दीवारें। नेता के भाषण में रहता , सरकारी कागज़ में रहता। क़ानून […] Read more » Featured मजदूर मजदूर की व्यथा