विविधा मरना कठिन है, पर जीवित रहना उससे अधिक कठिन होता है May 19, 2015 by गंगानन्द झा | 4 Comments on मरना कठिन है, पर जीवित रहना उससे अधिक कठिन होता है -प्रो. गंगानन्द झा- मूल्य-बोध धारण किए रहने वालों को इसकी कीमत चुकानी पड़ती रहती है, इसलिए उनका जीना और भी अधिक कठिन हो जाया करता है। हमारे पिता के जीवन में कठिनाइयों का अभाव कभी भी नहीं रहा ; मरना भी सहज और यन्त्रणा-रहित नहीं रहा । कठिनाइयाँ तो औसत आदमी के जीवन में […] Read more » Featured जिंदगी जीवन मरना कठिन है पर जीवित रहना उससे अधिक कठिन होता है