कहानी मित्र के नाम पत्र 2 August 18, 2018 / August 18, 2018 by गंगानन्द झा | Leave a Comment गंगानन्द झा तुम्हारे पास से पत्र का पाना मेरे लिए दुर्लभ कोटि का हुआ करता है। कल की डाक से जब मिला तो तुम्हारे द्वारा दी गई जानकारी के बावजूद उपलब्धि का एहसास हुआ। तुम्हें तो पता ही होगा कि स्थिरता नहीं रह जाने के कारण मेरी लिखावट अपाठ्य रही है अब उम्र के साथ […] Read more » Featured कविता माँ-बाप मित्र के नाम पत्र 2 सोशल नेटवर्किंग साइट्स
कविता सोशल मीडिया का असर June 15, 2018 / June 15, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment शेयर कर लेते है,सारी दुनिया को सोशल मीडिया के द्वारा शेयर नहीं कर पाते माँ-बाप से जिन्होंने दुनिया में उतारा माफ़ कर देते है माँ-बाप,अपने बच्चों को,जो गलती करते बार बार पर बच्चे माफ़ नहीं करते,माँ-बाप को जो गलती करते है एक बार ये कैसे सोशल मीडिया है,जो अपनों से रहते है हम दूर अपने […] Read more » कुल्हाड़ी मार नमक छिडक माँ-बाप सोशल मीडिया का असर