विविधा समाज माँझी के बहाने खुद को तलाशिए August 29, 2016 by अनिल द्विवेदी | Leave a Comment रौंगटे खड़े हो रहे हैं, कान सिहर रहे हैं कि एक पति अपनी पत्नी की मृत काया को लेकर 12 किलोमीटर तक कैसे चला होगा? लेकिन यही तो भारतीय दम्पत्तियों के रिश्ते की असल पहचान है जिसकी परीक्षा वह आज से नहीं, हजारों सालों से देते आया है। छह हजार साल पहले पतिव्रता सावित्री ने […] Read more » Featured खुद को तलाशिए मांझी
राजनीति मौजों की रवानी में मांझी February 17, 2015 / February 17, 2015 by दीपक कुमार | 1 Comment on मौजों की रवानी में मांझी 2005 की बात है, बिहार में विधानसभा चुनाव के नतीजे आए थे। जनता ने जदयू और भाजपा को सरकार चलाने का आदेश दिया था लेकिन मुझे उस वक्त लगा कि यह जनाधार भाजपा को नहीं बल्कि एक इंजीनियर दिमाग के संघर्षशील सितारे को मिली है जिसने लालू के जंगलराज को खत्म करने के सपने दिखाए […] Read more » मांझी