कविता पिता बिन कहे सब कहे, मां कभी चुप ना रहे December 11, 2020 / December 11, 2020 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकपिता जो बिन कहे सबकुछ कहेउसे पिता कहते हैं! माता जो कभी चुप ना रहे कहेमुंह गोहे मां कहते हैं! पिता जो रोए बिना आवाज केमुस्कुराए मन ही मनउसे पिता कहते हैं! माता कभी रोती नहीं सामनेसिर्फ उदास हो लेतीउसे मां कहते हैं! पिता सोए बच्चों को निहार केआश्वस्त हो लेते हैं!मां बार-बार […] Read more » Father says everything mother should never shut up पिता बिन कहे सब कहे मां कभी चुप ना रहे