व्यंग्य व्यंग्य/ मेरो मंत्र भरत ने भी माना! October 20, 2011 / December 5, 2011 by अशोक गौतम | Leave a Comment अशोक गौतम पत्नी के हजार बार घर से बाजार को यह कह कर कि दीवाली सिर पर आ गई है, अपने लिए नहीं तो न सही, पर पड़ोसियों के लिए अब तो बाजार जा आओ! नहीं तो पड़ोसियों को क्या मुंह दिखाएंगे? और मैं लोक लाज के लिए बड़ी हिम्मत जुटा बाजार निकल ही गया। […] Read more » मेरो मंत्र