कविता ये अपना नववर्ष नहीं है January 2, 2021 / January 2, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायक ये अपना नववर्ष नहीं है, अबतक कोई हर्ष नहीं है! कोविड19 से उबरे नहीं है, जीवन में उत्कर्ष नहीं है! सूर्य उत्तरायण में नहीं है, कमी ठिठुरन में नहीं है! जबके बसंती बयार नहीं, तब तक हम तैयार नहीं! जब चैत्र प्रतिपदा आएगा, तब ही बसंतऋतु छाएगा! अमुवां की डाली महकेगी, तबके […] Read more » ये अपना नववर्ष नहीं है