विविधा साहित्य वीतराग संन्यासी की भांति जीवन जीने वाली राजधात्री पन्ना गूजरी January 22, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राजा का रमणीय भवन एक सम्राट ने अपनी राजधानी के मध्य में एक बहुत बड़ा भवन बनवाया। वह भवन बहुत ही सुदृढ़ विशाल और सुंदर था। जो कोई भी राजा के पास आता वह उस भव्य भवन की प्रशंसा किये बिना नही रहता था। इससे राजा को बड़ी प्रसन्नता की अनुभूति होती थी। एक बार […] Read more » Featured panna gujari राजधात्री पन्ना गूजरी वीतराग संन्यासी की भांति जीवन