धर्म-अध्यात्म सामाजिक मर्यादाओं का पालन न करने वाला मनुष्य असभ्य एवं निन्दनीय है April 6, 2020 / April 6, 2020 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य को मनुष्य मननशील होने के कारण से कहते हैं। मनन का अर्थ है सत्य व असत्य का विचार करने वाला दो पैरों वाला प्राणी। जो मनुष्य शिक्षित नहीं है, ज्ञानी नहीं है, जिसने वेद, उपनिषद, दर्शन, रामायण एवं महाभारत सहित सत्यार्थप्रकाश, ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका, संस्कारविधि, आर्याभिविनय आदि ग्रन्थों को नहीं पढ़ा है, […] Read more » राष्ट्रीयता व सामाजिक मर्यादाएं सामाजिक मर्यादाओं का पालन
विविधा कुटुंब, राष्ट्रीयता व सामाजिक मर्यादाएं December 4, 2016 / December 5, 2016 by विनोद बंसल | Leave a Comment किसी भी देश या समाज की उन्नति उसके नागरिकों की सोच व व्यवहार पर निर्भर करती है. भारतीय परिप्रेक्ष्य में परिवार या कुटुंब का महत्व सदा से ही रहा है. श्रृष्टि की उत्पत्ति से लेकर आज तक जितने भी महापुरुष या दिव्यात्माएं इस पुण्य भूमि पर जन्मी वे किसी न किसी कुल या कुटुंब की […] Read more » Featured कुटुंब राष्ट्रीयता राष्ट्रीयता व सामाजिक मर्यादाएं