विविधा राष्ट्रीय बोध May 13, 2013 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on राष्ट्रीय बोध ‘बंसल’ और अश्विनी को बचाने वाले मनमोहन जी देखो, तुम्हें तुम्हारे पूर्वज देखते हैं स्वर्ग से फिर एक हकीकत धार्मिक उन्माद के कारण फांसी चढ़ गया है। सरबजीत हमारे बीच नही हैं, अब उनकी शहादत की यादें हमारे बीच हैं, और बहुत देर तक रहेंगी। पंजाब सरकार ने आज के इस ‘हकीकत’ को ‘शहीद’ की उपाधि […] Read more » राष्ट्रीय बोध