विविधा लिखिए जोर से लिखिए, किसने रोका है भाई! October 16, 2015 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment संजय द्विवेदी देश में बढ़ती तथाकथित सांप्रदायिकता से संतप्त बुद्धिजीवियों और लेखकों द्वारा साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाने का सिलसिला वास्तव में प्रभावित करने वाला है। यह कितना सुंदर है कि एक लेखक अपने समाज के प्रति कितना संवेदनशील है, कि वह यहां घट रही घटनाओं से उद्वेलित होकर अपने सम्मान लौटा रहा है। कुछ ने […] Read more » Featured लिखिए जोर से लिखिए साहित्य अकादमी पुरस्कार