कला-संस्कृति विविधा लुप्त होती राष्ट्रीय पंचांग की पहचान April 9, 2016 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भ-नवसंवत्सर 8 मार्च के अवसर पर प्रमोद भार्गव कालमान एवं तिथिगणना किसी भी देश की ऐतिहासिकता की आधारशिला होती है। किंतु जिस तरह से हमारी राष्ट्रभाषा हिंदी एवं अन्य भारतीय भाषाओं को विदेशी भाषा अंग्रेजी का वर्चस्व धूमिल रहा है,कमोवेश यही हश्र हमारे राष्ट्रीय पंचांग,मसलन कैलेण्डर का है। किसी पंचांग की कालगण्ना का आधार […] Read more » Featured राष्ट्रीय पंचांग की पहचान लुप्त होती राष्ट्रीय पंचांग की पहचान
विविधा लुप्त होती राष्ट्रीय पंचांग की पहचान April 14, 2013 / April 14, 2013 by प्रमोद भार्गव | 4 Comments on लुप्त होती राष्ट्रीय पंचांग की पहचान प्रमोद भार्गव कालमान एवं तिथिगण्ना किसी भी देश की ऐतिहासिकता की आधारशीला होती है। किंतु जिस तरह से हमारी राष्ट्रभाषा हिंदी एवं अन्य भारतीय भाषाओं को विदेशी भाषा अंग्रेजी का वर्चस्व धूमिल कर रहा है,कमोवेश यही हश्र हमारे राष्ट्रीय पंचांग,मसलन कैलेण्डर का भी है। किसी पंचांग की कालगण्ना का आधार कोर्इ न कोर्इ प्रचलित […] Read more » लुप्त होती राष्ट्रीय पंचांग की पहचान