कविता लोकतंत्री भाषा से दूरी क्यों करते October 1, 2020 / October 1, 2020 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकमत भेदभाव करो स्वभाषा के नाम पेभाषा बदल जाती इंसान बदलता नहींनाम बदल जाता ईमान बदलता नहींस्थान बदल जाता किंतु भगवान नहींमत उमेठो कान कानून की भाषा से! देश बहुत बड़ा है भाषा बहुत हो गईदेश बहुत बड़ा है आशा बहुत हो गईदेश बहुत बड़ा, आस्था बहुत हो गईभाषा, आशा,आस्था मानवीय चीज हैमानवता […] Read more » Why do democrats distance themselves from language लोकतंत्री भाषा से दूरी