महत्वपूर्ण लेख हिंद स्वराज ”वंदे मातरम” की शब्द शक्ति ” August 14, 2013 by डॉ. मधुसूदन | 11 Comments on ”वंदे मातरम” की शब्द शक्ति ” डॉ. मधुसूदन (एक) मातृभूमि की भक्ति जगाने की शक्ति: मातृभूमि के प्रति भक्ति-भाव जगाने की शक्ति,जिस गीत के शब्दों में कूट कूट कर भरी हुयी है, ऐसे ”वंदेमातरम” का सामुहिक गान जब सम्पन्न हुआ, तो एक ओर, पंक्तियाँ गायी जा रही थी, जिसके बोल थे – -शुभ्र ज्योत्स्ना पुलकितयामिनीम् फुल्लकुसुमित द्रुमदलशोभिनीम्, सुहासिनीं सुमधुरभाषिणीम्, सुखदां वरदां […] Read more » ”वंदे मातरम” की शब्द शक्ति ”