विविधा विश्वगुरू के रूप में भारत-28 September 20, 2017 / September 20, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य   हर युग में और हर स्थिति-परिस्थिति में भारत के महान लोगों ने मानवतावाद को पुष्ट करने वाले चिंतन को प्रस्तुत किया और उसी के आधार पर लोगों को जीवन जीने के लिए प्रेरित किया। जब तक भारत की ऐसी शिक्षा प्रणाली विश्व का मार्गदर्शन करती रही तब तक संसार में […] Read more » Featured India India as world leader पंथ भिन्नता भारत भारतीय शिक्षा नीति विश्वगुरू विश्वगुरू के रूप में भारत विश्वगुरू भारत
विविधा विश्वगुरू के रूप में भारत-27 September 19, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य  गुरूकुलों की परीक्षा प्रणाली हमारे यहां प्राचीनकाल में गुरूकुलों में विभिन्न परीक्षाओं की व्यवस्था की जाती थी। उन परीक्षाओं को आजकल की अंक प्रदान करने वाली परीक्षाओं की भांति आयोजित नहीं किया जाता था। उसका ढंग आज से सर्वथा विपरीत था। तब आचार्य अपने विद्यार्थियों की परीक्षा के लिए कई प्रकार […] Read more » Featured India India as world leader भारत विश्वगुरू विश्वगुरू के रूप में भारत विश्वगुरू भारत
विविधा विश्वगुरू के रूप में भारत-25 September 18, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य   हमारे प्राचीन ऋषियों ने पशु-पक्षियों की अनेकों प्रेरणास्पद कहानियों का सृजन किया, और उन्हें बच्चों को बताना व पढ़ाना आरंभ किया। उसे बच्चे के मनोविज्ञान के साथ जोड़ा गया और परिणाम देखा गया कि बच्चों पर उसका आशातीत प्रभाव पड़ा। वेद और उपनिषदों की गूढ़ बातों को पशु-पक्षियों की कहानियों […] Read more » Featured India India as world leader भारत विश्वगुरू विश्वगुरू के रूप में भारत विश्वगुरू भारत
समाज विश्वगुरू के रूप में भारत-26 September 15, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य यदि अस्पृश्यता आदि विकृतियां भारत की संस्कृति होतीं तो अलग-अलग कालखण्डों में आये अनेकों समाज सुधारकों को उनके विरूद्घ आवाज उठाने की ही आवश्यकता नहीं पड़ती, और ना ही उनके सत्कार्यों का इतिहास वन्दन करता। राष्ट्र सर्वप्रथम भारत में विद्यार्थियों के भीतर राष्ट्र सेवा का भाव जागृत करने के लिए राजा और […] Read more » India India as world leader भारत विश्वगुरू विश्वगुरू के रूप में भारत विश्वगुरू भारत
विविधा विश्वगुरू के रूप में भारत-24 September 13, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य  अपनी बात को मनवाने के लिए महर्षि दयानंद ने अंग्रेज सरकार को सितंबर 1874 में एक ज्ञापन दिया था। जिसमें उन्होंने आर्ष संस्कृत शिक्षा को भारत में पुन: लागू कराने का आग्रह सरकार से किया था। ज्ञापन में लिखा था-”इससे मेरा विज्ञापन है-आर्यावर्त देश का राजा अंग्रेज बहादुर से कि संस्कृत […] Read more » ' Featured India India as world leader भारत विश्वगुरू विश्वगुरू के रूप में भारत विश्वगुरू भारत
विविधा विश्वगुरू के रूप में भारत-23 September 12, 2017 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on विश्वगुरू के रूप में भारत-23 राकेश कुमार आर्य ऐसे लोग मनुष्य मात्र के शिक्षक व प्रेरक होते हैं, और आलस्य आदि शत्रुओं से रहित होकर धारणा, ध्यान, समाधि का अनुष्ठान करने वाले, परम उत्साही, योग्य, सर्वस्व त्यागी निष्काम विद्वान महान मोक्ष को प्राप्त करते हैं। ऐसे लोग ईश्वर और मृत्यु को सदा साक्षी रखते हैं और प्रत्येक प्रकार के पापकर्म […] Read more » India India as world leader भारत विश्वगुरू विश्वगुरू भारत
विविधा विश्वगुरू के रूप में भारत-22 September 11, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य  चमड़े को मृत पशुओं के शरीरों से उतारकर उसका जूते-जूतियां या अन्य वस्तुओं के बनाने में प्रयोग करने की कला भी विश्व में भारतीयों ने ही प्रचलित की। इसी प्रकार गौ-भैंस को दूहने की कला और उनके दूध से विभिन्न प्रकार के पेय या भोज्य-पदार्थ बनाना, दही, घी बनाना या निकालना […] Read more » Featured India India as world leader भारत विश्वगुरू विश्वगुरू भारत
विविधा विश्वगुरू के रूप में भारत-18 September 6, 2017 / September 6, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य फल फूल से लदी हों औषध अमोघ सारी देशवासियों को पर्जन्य समय पर बरसकर अन्नादि की पूर्ति करते हैं, साथ ही समय पर वर्षा होने से अनेकों प्रकार के पेड़ पौधों को भी नवजीवन मिलता है। मानव समाज को कितने ही पेड़ों से फल मिलते हैं तो कितनों से ही औषधियां मिलती […] Read more » Featured India India as world leader भारत विश्वगुरू विश्वगुरू भारत
समाज विश्वगुरू के रूप में भारत-17 September 5, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य  भारत ने नारी को आगे बढऩे का अवसर इसी लिए दिया कि वेद के राष्ट्रगान में ही उसे आगे बढऩे की पूरी छूट दे दी गयी थी। अत: भारत पर यह आरोप लगाना मिथ्या और भ्रामक है कि यहां कभी नारी का सम्मान नहीं किया गया। हमारी संस्कृति में नारी सम्माननीया […] Read more » India India as world leader भारत विश्वगुरू विश्वगुरू भारत
विविधा विश्वगुरू के रूप में भारत-16 September 3, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य  क्षत्रिय महारथी हों अरिदल विनाशकारी ब्राह्मण लोग राष्ट्र में अज्ञानांधकार से लड़ते हैं, तो क्षत्रिय लोग अत्याचार रूपी राक्षस का नाश करते हैं। ब्राह्मण राष्ट्र के ब्रह्मबल का प्रतीक हैं तो क्षत्रिय वर्ग समाज के क्षात्रबल का प्रतीक है। ब्रह्मबल की रक्षा भी क्षत्रबल से ही की जानी संभव है। यदि […] Read more » Featured India India as world leader भारत विश्वगुरू विश्वगुरू भारत
विविधा विश्वगुरू के रूप में भारत-14 August 30, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य वराहमिहिर वराहमिहिर भारत की एक अनमोल प्रतिभा हैं, जिनकी प्रतिभा पर संपूर्ण भारतवर्ष को गर्व है। उनकी प्रतिभा ने संपूर्ण भूमंडल को लाभान्वित किया है। वराहमिहिर का जन्म मध्यप्रदेश में स्थित उज्जैन के निकट कापित्थ नामक ग्राम में आदित्यदास नामक ब्राह्मण के घर में हुआ माना जाता है। कुछ लोगों का मत […] Read more » Featured India India as world leader भारत विश्वगुरू विश्वगुरू भारत
विविधा विश्वगुरू के रूप में भारत-13 August 29, 2017 / August 30, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य   नागार्जुन भारत के महान वैज्ञानिक ऋषियों में नागार्जुन का नाम भी अग्रगण्य है। वह गुजरात के सोमनाथ के निकट देहक दुर्ग में जन्मे थे। उनके काल में देश में एक बार अकाल पड़ा। तब उनके मन में लोगों के लिए सस्ती धातु से सोना बनाने का विचार आया। उन्हें पता […] Read more » Featured India India as world leader भारत विश्वगुरू विश्वगुरू भारत