विविधा जगतगुरू शंकराचार्य से ऐसी उम्मीद नहीं की जाती December 11, 2017 / December 11, 2017 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी जिसका अतीत इतना भव्य हो और जिसने सनातन संस्कृति की रक्षार्थ अपना संपूर्ण जीवन स्वाह कर दिया हो, इस वाक्य के साथ कि इदम् न मम, इदम् राष्ट्राय स्वाहा । मेरा सब कुछ अपने सनातन राष्ट्र भारत के लिए समर्पित है मेरा कुछ नहीं। वह व्यक्ति जब जगतगुरू शंकराचार्य की पदवी से सुशोभित होकर […] Read more » Featured ब्रह्मलीन शंकराचार्य स्वामी ब्रह्मानन्द सरस्वती शंकराचार्य स्वरूपानंद
विविधा जाकि रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिन्हा तेसी… July 1, 2014 by आलोक कुमार | 2 Comments on जाकि रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिन्हा तेसी… -आलोक कुमार- हाल के दिनों में स्वरूपानन्द जी जैसे आडंबरी धर्माचार्य जैसे बेतुके और द्वेषपूर्ण बयान दे रहे हैं उसे देख कर लगता है कि “फतवे” जारी करने की एक नई परम्परा की शुरुआत हो रही है! आस्था और श्रद्धा तो हमारी संस्कृति और धर्म के मूल में है। हमारे यहां तो कण-कण में भगवान […] Read more » शंकराचार्य स्वरूपानंद स्वरूपानंद का बयान