धर्म-अध्यात्म “प्रातः सायं ईश्वर की उपासना मनुष्य का अनिवार्य धर्म है” August 24, 2018 / August 24, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, मनुष्य मननशील प्राणी को कहते हैं। हम मननशील हैं, अतः हमारा प्रमुख कार्य मनन पूर्वक सभी कार्यों को करना है। मनुष्य संसार में आता है तो वह वह संसार को देख कर जिज्ञासा करता है कि यह संसार किसने बनाया है? सूर्य, चन्द्र, पृथिवी, ग्रह-उपग्रह तथा लोक लोकान्तर किसने बनाये हैं? पृथिवी […] Read more » Featured अन्तर्यामी ईश्वर कर्म गुण परमेश्वर शुद्ध सनातन सर्वज्ञ सर्वोपरि विराजमान स्वभाव स्वयंसिद्ध
धर्म-अध्यात्म “श्रावणी पर्व एवं कृष्ण जन्माष्टमी” July 28, 2018 / July 28, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य, श्रावण का महीना वर्षा ऋतु का सबसे अधिक वर्षा वाला महीना होता है। आजकल तो देश में बड़े-बड़े नगर बस गये हैं। सुविधाजनक सड़के हैं व सड़को पर विद्युत से मिलने वाले प्रकाश की व्यवस्था है। नगरों व ग्रामों में भी बसे एवं कारें चलती हैं। एक स्थान से दूसरे स्थान पर […] Read more » “श्रावणी पर्व एवं कृष्ण जन्माष्टमी” Featured अपराजित अहंकारशून्य क्षमाशील दयामय दृढ़कर्मी धर्मज्ञ धर्मात्मा निर्भय नीतिज्ञ न्यायशील पुण्यमय प्रेममय लोकहितैषी विशुद्ध वेदज्ञ शुद्ध शुद्ध गोदुग्ध शुद्धि श्री कृष्ण सामान्य जीवन