लेख साहित्य संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा (Part 6) June 18, 2016 / June 18, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment तथाकथित ‘न्यायशील’ शेरशाह सूरी का हिंदुओं के प्रति न्याय राकेश कुमार आर्य महर्षि दयानंद जी महाराज के जीवन की एक घटना महर्षि दयानंद जी महाराज के जीवन की एक घटना है। एक बार स्वामीजी सोरों गये तो वहां के लोगों ने स्वामी कैलाश पर्वत को बुला लिया, कि आपका यहां वराह मंदिर होने के उपरांत […] Read more » ‘न्यायशील’ शेरशाह सूरी का हिंदुओं के प्रति न्याय Featured राजा पूरनमल की वीरता शेरशाह सूरी
लेख साहित्य संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा (Part 5) June 16, 2016 / June 18, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment शेरशाह के काल में राजा पूरनमल और मालदेव ने जारी रखा स्वातंत्र्य समर राकेश कुमार आर्य बाबर की पंथनिरपेक्षता कुछ प्रगतिशील लेखकों ने बाबर को साम्प्रदायिक सदभाव के सृजक के रूप में प्रस्तुत किया है। इतिहास पुस्तकों में अंतिम समय में बाबर द्वारा अपने पुत्र हुमायूं को दी गयी यह शिक्षा बार-बार दोहरायी जाती है […] Read more » जोधपुर नरेश मालदेव शेरशाह सूरी संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा : छल प्रपंचों की कथा