कविता साहित्य श्री देवी के अंतिम वाक्य March 19, 2018 / March 19, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment संसार एक थियेटर घर है अनेको पात्र इसमें आते है अपना अपना रोल निभा कर अपने घरो को चले जाते है मैं भी इस थियेटर घर में अपना रोल निभाने आई थी मेरा रोल अब खत्म हुआ घर जाने की बारी आई थी डायरेक्टर ऊपर बैठा हुआ है सबको डायरेक्शन दे रहा डायरेक्शन के […] Read more » Featured श्री देवी