लेख संसद की भावना से खिलवाड़ December 16, 2011 by प्रमोद भार्गव | 3 Comments on संसद की भावना से खिलवाड़ प्रमोद भार्गव अभिषेक मनु सिंघवी की अध्यक्षता वाली संसद की स्थायी समिति ने एक साथ दो गलतियां कीं हैं। एक संसद के दोनों सदनों की भावना को नकारा। दूसरे, समिति के ही बहुमत को नजरअंदाज कर लोकपाल का प्रारुप संसद को सौंप दिया। इस उपेक्षा के नतीजतन देश में शायद यह ऐसा पहला अवसर निर्मित […] Read more » Parliament संसद की भावना से खिलवाड़