राजनीति व्यंग्य सवा अरब यह पूछ रहा है September 23, 2021 / September 23, 2021 by मनोहर पुरी | Leave a Comment व्यंग्य— मनोहर पुरी —कनछेदी, घर से भागी युवा कन्या के पिता की भांति, बहुत परेशान इधर उधर टहल रहा था। पतिव्रता पत्नी से भी नहीं बहल रहा था। कभी अपने हाथ मलने लगता और कभी बाल नोंचने लगता। उसकी हालत उस जेलर जैसी थी जिसे जेल तोड़ कर कैदियों के भागने का समाचार अभी अभी […] Read more » सवा अरब यह पूछ रहा है