कविता स्वधर्म को जानो बुराई नहीं अच्छाई मानो June 25, 2022 / June 25, 2022 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकमैं स्वधर्म को पहचानता हूंबुराई नहीं अच्छाई को जानता हूंमैं उस भगवान राम को मानता हूंजिन्होंने माता पिता की आज्ञा मानीअनुज हेतु त्याग,लघुजनों को मान दिया! मैं उस राम की निंदा करता हूंजिन्होंने अति आदर्शवाद दिखाकरपरित्याग किया धर्मपत्नी सीता का साथअबला नारी को वन-वन भटका दियाविप्र गुहार पर तपी शूद्र का संहार किया! […] Read more » consider it good not evil Know your religion स्वधर्म को जानो बुराई नहीं अच्छाई मानो