कविता माँ तेरी स्वच्छंद गोद में, स्वर्ग सुख पाया है। May 17, 2020 / May 17, 2020 by डॉ. मधुसूदन | Leave a Comment माँ तेरी स्वच्छंद गोद में जो स्वर्ग सुख पाया है।कृपा वितान तले तेरे, हो निश्चिन्त गान गाया है ।उसका कोई मोल करे क्या? करे तो, किस विधि करे?(२) जब रोया तब दौडी आई, चूम चूम खुशी बरसाई|पल में पीडा कहाँ गई ? हँसी कहाँ से लौट आई ?उसका भी कोई मोल करे क्या? करे तो […] Read more » माँ तेरी स्वच्छंद गोद में स्वर्ग सुख पाया है।