धर्म-अध्यात्म शख्सियत समाज स्वामी श्रद्धानन्द जी का आर्यसमाज के इतिहास में गौरवपूर्ण स्थान November 7, 2022 / November 7, 2022 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य स्वामी श्रद्धानन्द जी का व्यक्तित्व बहुआयामी था। वह वैदिक धर्म व संस्कृति के अनुरागी महापुरुष थे। आदर्श ईश्वर भक्त, वेदभक्त, देशभक्त, मानवता के पुजारी, शिक्षा शास्त्री, समाज सुधारक और वेद धर्म प्रचार सहित स्वामी श्रद्धानन्द स्वतन्त्रता आन्दोलन के शीर्ष नेता और दलितों के मसीहा थे। विधर्मियों की शुद्धि का उन्होंने अपूर्व […] Read more » स्वामी श्रद्धानन्द जी
धर्म-अध्यात्म महान् व्यक्तित्व के रूप में प्रतिष्ठित ऋषि दयानन्द के भक्त स्वामी श्रद्धानन्द जी November 8, 2019 / November 8, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य महान् व्यक्तित्व के धनी स्वामी श्रद्धानन्द जी (पूर्व आश्रम का नाम महात्मा मुंशीराम जी) (1856-1926) का जीवन एवं व्यक्तित्व कैसा था इसका अनुमान हम शायद नहीं लगा सकते। गुरुकुल के स्नातक, देशभक्त, स्वतन्त्रता सेनानी एवं प्रसिद्ध पत्रकार पं0 सत्यदेव विद्यालंकार जी ने स्वामी श्रद्धानन्द जी का जीवन चरित्र लिखा है। इस […] Read more » swami shraddhanand स्वामी श्रद्धानन्द जी
धर्म-अध्यात्म “ऋषि बोधोत्सव कैसे मनाओगे? : स्वामी श्रद्धानन्द” November 17, 2018 / November 17, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, आगामी ऋषि बोधोत्सव का पर्व मार्च 2019 में पड़ रहा है। इस अवसर के लिये मन और मस्तिष्क को प्रभावित करने वाला उपर्युक्त शीर्षक से लिखा व प्रकाशित स्वामी श्रद्धानन्द जी महाराज का एक लेख हम प्रस्तुत कर रहे हैं।क्या इस बार व्याख्यान सुन और चार आने भेंट चढ़ा कर पल्ला छुड़ाओगे। […] Read more » ऋषि दयानन्द स्वामी श्रद्धानन्द स्वामी श्रद्धानन्द जी
धर्म-अध्यात्म “विद्यायुक्त सत्य वैदिक धर्म की उन्नति में बाधायें” August 4, 2018 / August 4, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य, वैदिक धर्म संसार का सबसे प्राचीनतम एवं ज्ञान विज्ञान से युक्त प्राणी मात्र का हितकारी धर्म है। यही एक मात्र धर्म है जो मनुष्यों को श्रेष्ठ गुण, कर्म व स्वभाव को धारण करने की प्रेरणा करता है। वैदिक धर्म से इतर हिन्दू, जैन, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम आदि मत-मतान्तर हैं। धर्म श्रेष्ठ गुण–कर्म–स्वभाव […] Read more » “विद्यायुक्त सत्य वैदिक धर्म की उन्नति में बाधायें” Featured ऋषि दयानन्द कृपासागर नित्य मुक्तस्वभाव वाला नित्य शुद्ध पं. गुरुदत्त विद्यार्थी पं. लेखराम जी महात्मा हंसराज सच्चिदानन्दानन्तस्वरूप स्वामी श्रद्धानन्द जी