कविता हिन्दी उर्दू एक सिर दो धड़ है May 5, 2021 / May 5, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकजवाहरलाल नेहरू का कहना है,हिन्दी उर्दू एक सिर दो धड़ है! इससे सटीक परिभाषा हो नहींसकती हिन्दी व उर्दू भाषा की! हिन्दी वाक्य रचना में संस्कृत,औ’कुछ देशी-विदेशी शब्द होते! इन विदेशी शब्दों में अरबी एवंफारसी सायास मिलाई जाती है! उर्दू जबतक विदेशी लिपी में है,तब तक जनता नहीं चाहती है! नस्तालीक उर्दू की […] Read more » हिन्दी उर्दू