समाज ढ़लती उम्र को पलायनवादी न बनने दे September 1, 2016 by ललित गर्ग | 1 Comment on ढ़लती उम्र को पलायनवादी न बनने दे ललित गर्ग- उम्र के हर लम्हें को जीभर कर जीना चाहिए और उनमें सपनों के रंगों की तरह रंग भरने चाहिए, हर पीढ़ी सपने देखती हंै और उन सपनों में जिन्दगी के रंग भरती है। ढलती उम्र के साथ विश्वास भी ढलने लगता है, लेकिन कुछ जीनियस होते हैं जो ढलती उम्र को अवरोध नहीं […] Read more » Featured ढ़लती उम्र को पलायनवादी न बनने दे