कविता एक अदद ईमानदार आदमी July 14, 2022 / July 14, 2022 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकगांव से शहर,मंदिर से दफ्तरचिराग लिए भटक रहा हूंएक अदद ईमानदार आदमी कीतलाश में खामोश-उद्भ्रांतहकबकाए-बिनबताए किसी कोकि बेपता हो गयाएक अदद ईमानदार आदमीभरोसा करुं तो किसपर?पता पूछूं तो किससे?क्या पता?भेद बताने वाला हो जाए लापताजब से पनाहगाह हुईअंधेरगर्दों की दुनियाभूमिगत हो गया हैएक अदद ईमानदार आदमीसहस्त्रों नागों के पहरे मेंसंज्ञाहीन हो गहरी खाई […] Read more » a very honest man today एक अदद ईमानदार आदमी