कविता मैं कौन हूं अथ अहं ब्रह्मास्मि (दो) June 8, 2021 / June 8, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकमैं कौन हूंमन्वन्तर-दर-मन्वन्तरमनु के बेटों का मनु की व्यवस्था सेपूछा गया सवाल,पूछता है फिर-फिरमनु का बेटा/यह जानकर भीकि सीधे सवाल पर तुम खामोश ही रहोगे!तुम जानते हो हर विरोध पर गुम साधनातुम्हें ज्ञात है,ऊर्जा चालित होता हर विरोध/आक्रोश/जोशऊर्जा समाप्ति परजिसे लील जाती मौन सहिष्णुता!मनु-शतरुपा/आदम-हौआ की व्यवस्था केखिलाफ हर व्यक्तिवादी पंथिक विरोधबुद्ध की तरह […] Read more » Aham Brahmasmi अहं ब्रह्मास्मि