विविधा साहित्य हिन्दुओं ने ‘समाज बहिष्कृत’ जैसा व्यक्ति बना दिया था बाबर को January 11, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment इससे पूर्व कि हम बाबर और महाराणा संग्राम सिंह के मध्य हुए युद्घ पर प्रकाश डालें, हम यहां कुछ अंश ‘बाबरनामा’ से देना चाहेंगे, जिनसे बाबर के भारत के विषय में विचारों पर अच्छा प्रकाश पड़ता है। हिंदुस्तान के शासक हिंदुस्थान के शासकों के विषय में बाबर कहता है-‘‘जब मैंने हिंदुस्थान को विजय किया तो […] Read more » babarnama Featured हिन्दुओं ने ‘समाज बहिष्कृत’ जैसा व्यक्ति बना दिया था बाबर को