राजनीति हिंदूराष्ट्र स्वप्नद्रष्टा : बंदा वीर बैरागी December 1, 2019 / December 1, 2019 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment ——————————————-अध्याय — 12 तान कर सीना चला एक पुजारी कई दिनों से यज्ञ कर रहा था , किंतु उसे अपने इष्टदेव के दर्शन नहीं हो रहे थे। इसी बीच राजा विक्रमादित्य वहां से निकले जा रहे थे । उन्होंने पुजारी की ओर देखा तो उसके चेहरे पर छाए भावों को देखकर उन्हें यह समझने में […] Read more » Banda veer bairagi बंदा वीर बैरागी
राजनीति विविधा हिंदूराष्ट्र स्वप्नद्रष्टा : बंदा वीर बैरागी November 8, 2019 / November 8, 2019 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment बंदा बैरागी बन गया था एक धर्म योद्धा पृष्ठों के उत्तुंग शिखर परस्मृति की है शीतल छाँह ।इतिहास पुरुष वहां भजते माला,बदल देते हैं काल प्रवाह ।। बंकिमचंद्र चटर्जी भारतीय इतिहास के एक अच्छे अध्येता के रूप में जाने जाते रहे हैं । उन्होंने भारतीय इतिहास पर चिंतन करते हुए लिखा है : — ” […] Read more » Banda veer bairagi बंदा वीर बैरागी
राजनीति शख्सियत समाज हिंदूराष्ट्र स्वप्नद्रष्टा : बंदा वीर बैरागी October 16, 2019 / October 16, 2019 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment अध्याय —– 5 बंदा वीर बैरागी के जन्म काल की परिस्थितियां आदि शंकराचार्य नित्य प्रति की भांति स्नान के लिए गंगा की ओर उस दिन भी जा रहे थे। रास्ते में एक चांडाल अपने चार कुत्तों के साथ उनका मार्ग घेरे हुए खड़ा था । उस चांडाल को देखते ही शंकराचार्य ने दूर से ही […] Read more » Banda veer bairagi बंदा वीर बैरागी