आलोचना दान : उपकार या पाखण्ड December 1, 2012 / December 1, 2012 by निर्मल रानी | Leave a Comment निर्मल रानी विश्वस्तर पर गरीबों, असहायों तथा शारीरिक व मानसिक रूप से असहाय लोगों की सेवा करने हेतु तरह-तरह के निजी व स्वयंसेवी संगठन कार्य कर रहे हैं। दुनिया में बड़े से बड़े दानी सज्जनों का भी एक ऐसा वर्ग है जो इस प्रकार के बेसहारा व कमज़ोर वर्ग के लोगों के कल्याण के लिए […] Read more » charity