राजनीति सियासत का अखाड़ा बनी दादरी October 4, 2015 by पियूष द्विवेदी 'भारत' | 1 Comment on सियासत का अखाड़ा बनी दादरी पीयूष द्विवेदी इसे इस देश की सियासत की क्रूर व्यापकता कहें या हमारे सियासतदारों की संवेदनहीनता कि यहाँ भूखे आदमी की रोटी से लेकर मुर्दा आदमी के कफ़न तक कहीं भी सियासत शुरू हो जाती है। जहाँ कहीं भी वोटों की गुंजाइश दिखी नहीं कि हमारे सियासतदां मांस के टुकड़े पर गिद्धों के झुण्ड की […] Read more » death of aklak in Dadri Featured