राजनीति प्रयासों की समग्रता से मिली आज़ादी March 21, 2021 / March 21, 2021 by इ. राजेश पाठक | Leave a Comment १९९९ में अटल बिहारी वाजपई की एनडीए की सरकार के दौरान जब परमाणु परीक्षण हुआ तो इसकी आलोचना करने वाले कम ना थे. वामपंथी और ‘सेक्युलर’ दलों का तर्क था कि ये कदम दुनिया में देश की ‘शांतिप्रिय’ छवि को नुकसान पहुंचनें वाला है. लेकिन इस सबके बीच बड़े ही अप्रत्याशित रूप से परमाणु-परीक्षण […] Read more » Freedom from the totality of efforts