धर्म-अध्यात्म निःस्वार्थ भाव से कर्म करने की प्रेरणा देती है गीता December 22, 2015 by अशोक “प्रवृद्ध” | 1 Comment on निःस्वार्थ भाव से कर्म करने की प्रेरणा देती है गीता अशोक “प्रवृद्ध” महाभारत के युद्ध में श्रीकृष्ण ने अपने कर्तव्य से विमुख अर्जुन को उसके कर्तव्य का भान कराने के लिए श्रीमद्भगवद्गीता का प्रवचन किया था । श्रीमद्भगवद्गीता वैराग्य अर्थात भक्तिप्रधान अवतारवाद का ग्रन्थ नहीं अपितु कर्मयोग का ग्रन्थ है , हाँ इसमें अध्यात्म का समावेश अवश्य है । कलियुग के प्रारंभ होने के […] Read more » holy book gita गीता