राजनीति बहुत हुई राजनीतिक जाग्रति, अब कुछ कर्तव्य की बात हो जाए October 9, 2016 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment वस्तुत: यहां कर्तव्य चेतना से तात्पर्य अपने राष्ट्र और राज्य के प्रति राजनीतिक अधिकारों से ऊपर उठकर स्वप्रेरित हो विकास के लिए कार्य करने से है। इन दिनों जहां देखो वहां अधिकारों की बाते हो रही हैं। केंद्र से लेकर समस्त राज्य सरकारें, एक रुपए किलो गेहूं से लेकर शादी और भगवान के दर्शन तक करा रही हैं। भले ही आज सुविधाभोगी विश्व में लोग इसे सही ठहराएं लेकिन क्या यह वाकई सही है Read more » Featured increasing political awareness political awareness राजनीतिक जाग्रति